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पुराने ट्रैक्टर को खरीदने से पहले जानें किन-किन बातों का रखना चाहिए ध्यान

Updated on 01st July, 2025, By प्रशांत कुमार
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पुराने ट्रैक्टर को खरीदने से पहले जानें किन-किन बातों का रखना चाहिए ध्यान

ट्रैक्टर को कृषि क्षेत्र में एक ऐसी मशीनरी के रूप में देखा जाता है, जो कृषि को ना केवल आसान बना सकता है, बल्कि इसे और अधिक उत्पादक बनाकर वर्तमान खाद्य आपूर्ति के बोझ से भी कृषि को उबार सकता है। भारत के परिपेक्ष्य में देखा जाए तो यहाँ बड़े किसानों के साथ-साथ छोटे एवं सीमांत किसानों की बहुत बड़ी संख्या है, जो खाद्य आपूर्ति चेन की एक महत्वपूर्ण कड़ी हैं। ऐसे में कृषि तकनीकों तक इनकी पहुँच के बिना कृषि क्षेत्र का समग्रता में विकास संभव नहीं हो सकता है। कृषि कार्य की प्रकृति ऐसी होती है, जिसे अधिकांशतः ट्रैक्टर की सहायता से पूरा किया जा सकता है। मूल्य की दृष्टि से ट्रैक्टर की खरीद किसी भी किसान के लिए एक बड़ा इन्वेस्टमेंट होता है, जिसे बड़े एवं संपन्न किसान तो भली-भांति वहन कर सकते हैं। लेकिन छोटे किसानों के पॉकेट की क्रय-शक्ति इतनी नहीं होती है कि वे ट्रैक्टर जैसे उपयोगी हैवी मशीनरी को आसानी से खरीद सकें। ऐसे में इनके लिए एक बेहतरीन विकल्प पुराने ट्रैक्टर होते हैं, क्योंकि ये नए ट्रैक्टर के मुकाबले काफी सस्ते होते हैं, एवं आसानी से उपलब्ध भी हो जाते हैं। उल्लेखनीय है कि वर्त्तमान में भारत में पुराने ट्रैक्टर (Second hand) का बाजार तेजी से बढ़ रहा है। ऐसा इसलिए है क्योंकि सस्ते होने के साथ-साथ इनकी बिमा लागत एवं मूल्यह्रास दर भी कम होती है। परन्तु खरीदने से पहले कुछ मापदंडों पर इसका मूल्यांकन कर लेना जरुरी होता है, नहीं तो आपकी एक गलत खरीद आर्थिक रूप से नुकसान देने के साथ-साथ आपके कृषि कार्यों को भी प्रभावित कर सकती है। आज हम इस आर्टिकल में उन सभी महत्वपूर्ण बातों को बताने वाले हैं, जिसका ध्यान किसी भी पुराने ट्रैक्टर को खरीदने से पहले रखना चाहिए। दूसरे शब्दों में कहें तो हम आपको पुराने ट्रैक्टर का पूर्णता एवं सटीकता से निरिक्षण करने के तरीके की जानकारी देने वाले हैं।

पुराने ट्रैक्टर खरीदने के लिए गाइडेंस

used tractor purchasing guide

ट्रैक्टर एक बहुमुखी मशीन है, जिसका उपयोग विभिन्न कृषि कार्यों के लिए किया जाता है। इसलिए, आइए पुराने ट्रैक्टर को खरीदने के लिए ध्यान में रखने वाले कुछ कारकों पर नज़र डालें:

अपनी कृषि आवश्यकताओं का निर्धारण करें

सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण बात, आपको अपनी कृषि आवश्यकताओं एवं ट्रैक्टर से अपेक्षाओं को अच्छी तरह से देखना चाहिए। अपनी भूमि के आकार, फसलों एवं उपयोग के आधार पर ट्रैक्टर का साइज़ और टाइप निर्धारित करें। उदाहरण के लिए, यदि आप ट्रैक्टर का उपयोग मुख्य रूप से जुताई एवं पडलिंग जैसे कार्यों के लिए करने की योजना बना रहे हैं, तो 2WD की तुलना में 4WD ट्रैक्टर बेहतर विकल्प हो सकता है। ये बेहतर रीसेल वैल्यू भी प्रदान करते हैं। मिनी ट्रैक्टर कॉम्पैक्ट होते हैं एवं बाग या अंगूर के बाग की खेती के लिए उपयुक्त होते हैं। यदि आप ऐसे ट्रैक्टर की तलाश कर रहे हैं जो कमर्शियल कार्यों एवं भारी-भरकम खेती दोनों के लिए उपयुक्त हो, तो 50 एचपी से अधिक के ट्रैक्टर एक बेहतर विकल्प हैं।

रिसर्च करें एवं अपना बजट निर्धारित करें

एक बार जब आप इस बारे में निर्णय ले लेते हैं कि आपको किस प्रकार के पुराने ट्रैक्टर की आवश्यकता है, तो उस श्रेणी के ट्रैक्टरों की मार्केट प्राइस रेंज के साथ रिसर्च करना शुरू करें। साथ ही, जिस ट्रैक्टर मॉडल को आप खरीदने की सोच रहे हैं, उसके रखरखाव की लागत पर विचार करें ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि यह आपके बजट में फिट बैठता है। अपने मनचाहे पुराने ट्रैक्टर मॉडल को पाने के लिए, आप अपने नजदीकी डीलरशिप या सेकंड-हैंड ट्रैक्टर एजेंसियों का पता कर सकते हैं। रिसर्च के आधार पर, सबसे अच्छा ट्रैक्टर मॉडल चुनें जो आपकी आवश्यकताओं को पूरा करता हो एवं आपके निर्धारित बजट के अंतर्गत भी आता हो।

एक भरोसेमंद पुराने ट्रैक्टर प्लेटफ़ॉर्म की तलाश करें

एक विश्वसनीय प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से ट्रैक्टर खरीदना बहुत महत्वपूर्ण है, जो आपको उस ट्रैक्टर के बारे में तकनीकी मार्गदर्शन एवं सहायता प्रदान करता है जिसे आप खरीदना चाहते हैं। उदाहरण के लिए, ट्रैक्टरकारवां एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म है, जिसने टॉप ब्रांडों के बेहतर कंडीशन में बिक्री के लिए उपलब्ध 1500+ पुराने ट्रैक्टरों को सूचीबद्ध किया है, जो ट्रैक्टर एक्सपर्ट्स द्वारा वेरिफाइड हैं। आप सीधे विक्रेता से जुड़ सकते हैं एवं आपके द्वारा दिए जाने वाले प्राइस को ऑफर कर सकते हैं। आप अपने अंतिम रूप से चुने गए ट्रैक्टर को खरीदने के लिए लोन सुविधा भी प्राप्त कर सकते हैं। हमनें पुराने ट्रैक्टर पर दिए जाने वाले पुराने ट्रैक्टर लोन सबंधी सारी जानकारी अपने वेबसाइट पर दिए हैं।

ब्रांड पर विचार करें

पॉपुलर ब्रांड से ट्रैक्टर खरीदने पर विचार करें जो अपनी स्टेबिलिटी एवं विश्वसनीयता के लिए जाना जाता है। यह बेहतर रीसेल वैल्यू भी प्रदान करेगा। पुराने एवं पॉपुलर ब्रांडों के सर्विस सेंटर्स का एक व्यापक नेटवर्क होता है, जिससे स्पेयर पार्ट्स तक आपकी आसान पहुंच सुनिश्चित होती है, जो आपके रखरखाव एवं मरम्मत के एक्सपीरियंस को प्रभावित करेगी।

मोल-भाव करें

पुराने ट्रैक्टरों के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि उनकी कीमतें सस्ती एवं मोल-तोल योग्य होती हैं। उनकी कीमत विशेष मॉडल, वर्ष, स्थिति एवं स्थान के आधार पर भिन्न-भिन्न हो सकती है। हालाँकि, विक्रेता के साथ कीमत पर मोल-तोल करने के लिए तैयार रहें। विक्रेता के साथ किसी भी संभावित मुद्दे या चिंता पर चर्चा अवश्य करें। यदि आपको कोई समस्या आती है, तो मरम्मत या रखरखाव लागत के आधार पर उचित मूल्य पर मोल-तोल करें। इसके अतिरिक्त, पुराने ट्रैक्टर के साथ उपकरण कॉम्बो डील मिलने की संभावना अधिक होती है। आपके मोल-भाव के स्किल के आधार पर, आप सबसे अच्छी दरों पर कम्पैटिबल इम्प्लीमेंट के साथ आवश्यक ट्रैक्टर प्राप्त कर सकते हैं।

पुराने ट्रैक्टर का निरीक्षण कैसे करें?

how to inspect used tractors

पुराने ट्रैक्टर का निरीक्षण करना महत्वपूर्ण है, जो इसे खरीदने की सोच रहे किसान के लिए चुनौतीपूर्ण भी है। अब जब आप उन प्राथमिक चीजों के बारे में जानते हैं जिनके लिए आपको पुराने ट्रैक्टर खरीदने से पहले खुद को तैयार करना चाहिए, तो आइए ट्रैक्टर का निरीक्षण करने के लिए कुछ और विवरणों पर नज़र डालें:

ऑपरेशन के कुल घंटे की जाँच करें

सबसे पहले, ट्रैक्टर द्वारा चले गए घंटों की संख्या की जाँच करें। उल्लेखनीय है कि 6000 से 10,000 घंटे तक चले हुए डीजल इंजन अच्छे माने जाते हैं। हालाँकि, यह सब ट्रैक्टर के मॉडल एवं ट्रैक्टर के रखरखाव पर निर्भर करता है। कुछ ट्रैक्टर इस सीमा से परे भी अच्छा प्रदर्शन करते हैं।

इंजन एवं ट्रांसमिशन की जाँच करें

इसके लिए तेल के लेवल की जाँच करके इंजन का निरीक्षण करना शुरू करें। बहुत कम तेल का लेवल और गहरा भूरा रंग उपेक्षा का संकेत है। यह उपेक्षा इंजन में कीचड़ के निर्माण का कारण बन सकती है। इंजन के चलने के दौरान किसी भी अत्यधिक धुएँ एवं असामान्य आवाज़ की जाँच करें क्योंकि वे इंजन में आंतरिक समस्याओं का संकेत हो सकते हैं। साथ ही, तेल, कुलेंट या ईंधन रिसाव के संकेतों के लिए इंजन, ट्रांसमिशन एवं हाइड्रोलिक सिस्टम का निरीक्षण करें। ये रिसाव न केवल संभावित समस्याओं का संकेत देते हैं बल्कि बार-बार रखरखाव की ओर भी ले जा सकते हैं। जब ट्रांसमिशन की बात आती है, तो सुनिश्चित करें कि गियर बदलते समय कोई असामान्य आवाज़ न हो एवं गियर शिफ्टिंग काफी सहज हो। इसके अलावा, ट्रांसमिशन हाउसिंग में किसी भी दरार या क्षति की जाँच करें।

टायर, क्लच, एवं ब्रेक की स्थिति की जाँच करें

जाँच ​​करें कि टायर में असमान घिसाव, दरार, हवा भरने या पंक्चर के कोई लक्षण तो नहीं हैं। बार-बार क्लच को लगाएँ एवं हटाएँ ताकि यह जाँच सकें कि यह सुचारू रूप से चल रहा है या नहीं। फिसलने या खराब होने वाला क्लच अक्षम पॉवर ट्रांसफर या चुनौतीपूर्ण गियर शिफ्ट जैसी समस्याओं का कारण बन सकता है। क्लच एवं ब्रेक पेडल की प्रतिक्रिया पर ध्यान दें। आपके लिए एक महत्वपूर्ण सुझाव - टायर, क्लच एवं ब्रेक महत्वपूर्ण घटक हैं, हालाँकि वे बदले जा सकते हैं। इसलिए, इन कारणों से आपको जो ट्रैक्टर पसंद आया है उसे अस्वीकार न करें, लागत बनाम लाभ पर सवाल उठाएँ और उसे खरीद लें!

ट्रैक्टर डेमो लें

सभी आवश्यक जाँच करने के बाद ट्रैक्टर डेमो अवश्य लें। इसके PTO एवं हाइड्रोलिक्स का परीक्षण करें। सुनिश्चित करें कि PTO शाफ्ट सही गति से सुचारू रूप से घूम रहा है एवं आउटपुट शाफ्ट से कोई असामान्य आवाज़ नहीं आ रही है। संलग्नक को जोड़कर एवं अलग करके हाइड्रोलिक सिस्टम का परीक्षण करें और देखें कि वे कैसे प्रतिक्रिया करते हैं। सुनिश्चित करें कि उठाते समय पंप से कोई चटरिंग ध्वनि नहीं आ रही है क्योंकि यह पंप में हाइड्रोलिक लिक्विड के अपर्याप्त प्रवाह को दर्शाता है।

डॉक्यूमेंटेशन एवं सर्विस हिस्ट्री की जाँच करें

अंत में, सबसे महत्वपूर्ण चीजों में से एक यह सुनिश्चित करना है कि ट्रैक्टर के सभी आवश्यक दस्तावेज़ उपलब्ध एवं मान्य हैं। इसमें पंजीकरण प्रमाणपत्र (RC), बीमा दस्तावेज़, मालिक का मैनुअल शामिल है। साथ ही, ट्रैक्टर की सेहत के बारे में गहराई से जानने के लिए, ट्रैक्टर के सर्विस हिस्ट्री की समीक्षा करें। किसी नज़दीकी अधिकृत सेवा केंद्र पर जाएँ एवं सर्विस रिकॉर्ड लें, जिसमें आपको की गई सेवाओं, बदले गए भागों आदि की संख्या का विवरण मिलेगा। यह आपको इसके रखरखाव के इतिहास एवं आवश्यकताओं के बारे में एक स्पष्ट तस्वीर प्रदान करेगा।

ट्रैक्टरकारवां की ओर से

ऊपर हमनें पुराने ट्रैक्टर खरीदने के पहले रखने वाली सावधानियों के बारे में अवगत कराने का प्रयास किया है, जिसका उदेश्य किसानों के लिए पुराने ट्रैक्टर की बेहतर खरीदारी को सुनिश्चित करवाना है। उल्लेखनीय है कि ट्रैक्टर आधुनिक कृषि का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है, लेकिन नए ट्रैक्टर की कीमतें किसानों के बजट से बाहर होती हैं। ऐसे में पुराने ट्रैक्टर (सेकंड हैंड ट्रैक्टर) एक किफायती और व्यावहारिक विकल्प हो सकते हैं। भारत में पुराना ट्रैक्टर खरीदना किसानों के लिए एक किफ़ायती समाधान हो सकता है, अगर उचित तरीके से खरीदारी किया जाए। अगर आपको पुराने ट्रैक्टर खरीदने में बजट की कमी की समस्या आ रही हो तो आपके लिए हमनें ट्रैक्टर पर दिए जाने वाली ट्रैक्टर लोन की भी जानकारी उपलब्ध करायी है। ट्रैक्टर की खरीदारी संबंधित किसी भी अन्य प्रकार की जानकारी के लिए आप हमारे ट्रैक्टरकारवां टीम से सीधे संपर्क कर सकते हैं। हमारी टीम आपकी सहायता के लिए 24*7 उपलब्ध है।

प्रशांत कुमार
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प्रशांत कुमार
प्रशांत कुमार ट्रैक्टर एवं कृषि क्षेत्र में रुचि रखने वाले एक अनुभवी हिंदी कंटेंट एक्सपर्ट हैं। लेखनी के क्षेत्र में उनका 12 वर्षों से अधिक का अनुभव है। उन्होंने इससे पूर्व में विभिन्न मीडिया हाउसेस के लिए काम किया है। अपने खाली समय में, वे कविता लिखना, पुस्तकें पढ़ना एवं ट्रेवल करना पसंद करते हैं।
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