इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर एक ऐसा ट्रैक्टर होता है, जो पारंपरिक डीज़ल या पेट्रोल इंजन की बजाय बैटरी एवं इलेक्ट्रिक मोटर की सहायता से चलता है। इसमें ऊर्जा का स्रोत रिचार्जेबल लिथियम-आयन बैटरी या अन्य प्रकार की बैटरियाँ होती हैं। यह ट्रैक्टर खेतों की जुताई, बुवाई, कटाई जैसी कृषि गतिविधियों को उसी तरह करता है जैसे एक सामान्य ट्रैक्टर, लेकिन इसके संचालन में ईंधन के बजाय इलेक्ट्रिक का उपयोग होता है।
आज HAV, सेलेस्टियल, ऑटोनेक्स्ट, एवं सोनालिका जैसे ट्रैक्टर ब्रांड्स हैं, जो भारत की जरूरतों के हिसाब से यहाँ के किसानों के लिए इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर का निर्माण करती है। ये ब्रांड्स 15 से 60 एचपी रेंज के ट्रैक्टर ऑफर करती है। उल्लेखनीय है कि अभी पूरी तरह हमारे संसाधन ऐसे नहीं हैं कि इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर की तरफ पूरी तरफ से शिफ्ट किया जाए, इसके देखते हुए एचएवी जिसे ब्रांड डीजल (हाइब्रिड) ट्रैक्टर का निर्माण कर रही है। जो डीजल के साथ-साथ इलेक्ट्रिक से भी चलाया जा सकता है। लेकिन इसमें कोई शक नहीं है कि तकनीक के विकास के साथ-साथ इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर भविष्य का ट्रैक्टर होनें वाला है।
यह एक 55 एचपी का 4WD इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर है, जो 36-40 किलोवाट मोटर से जनरेट होता है. यह एक 400 Ah बैटरी से लैस ट्रैक्टर है, जिसमें नार्मल एवं फ़ास्ट दोनों टाइप की चार्जिंग सुविधा होती है. नार्मल चार्जिंग का समय लगभग 5 घंटे का होता है, वहीँ फ़ास्ट चार्जिंग मोड में इसे मात्र एक घंटे में चार्ज किया जा सकता है. यह ट्रैक्टर 540 RPM की स्टैण्डर्ड PTO स्पीड के साथ आता है। इसमें मल्टी-स्पीड PTO (MPTO) की सुविधा भी दी गयी है। इस 4WD सेलेस्टियल 55 एचपी इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर का ग्राउंड क्लीयरेंस 440 mm होता है। इस ट्रैक्टर का टर्निंग रेडियस 3.1 m होता है। इस इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर की ओवरऑल लम्बाई 3990 मिमी एवं ओवरऑल चौडाई 1360 मिमी होती है। जहाँ तक कीमत की बात है, तो यह फीचर्स एवं स्पेसिफिकेशन को देखते हुए उचित है। आप अपने कृषि कार्यों के लिए इस ट्रैक्टर को खरीदने का विचार बना सकते हैं।
यह एक हाइब्रिड ट्रैक्टर मॉडल है, जो डीजल के साथ-साथ इलेक्ट्रिक से भी चलता है। इसमें 60 लीटर का ईंधन टैंक होता है। HAV 55 S1 प्लस का एचपी 51 होता है, जो 3000 RPM पर जनरेट होता है। यह ट्रैक्टर 46 पीटीओ एचपी के साथ आता है, जिसमें 540 – 750 आरपीएम की पीटीओ स्पीड होती है। HAV 55 S1 प्लस की वजन उठाने की क्षमता 2400 किलोग्राम है। इसमें लिफ्ट-ओ-मैटिक हाइड्रोलिक कंट्रोल भी है। इस HAV हाइब्रिड ट्रैक्टर का कुल वजन 2400 किलोग्राम है। इसमें 400 मिमी का ग्राउंड क्लीयरेंस है। भारत में HAV 55 S1 प्लस की कीमत रूपये 13,99,000* (एक्स-शोरूम) से शुरू होती है। आप ट्रैक्टरकारवां से संपर्क करके इस ट्रैक्टर की ऑन-रोड कीमत भी जान सकते हैं। यह ट्रैक्टर आपके कृषि कार्य के लिए उपयुक्त हो सकता है। हाइब्रिड होने से आपके लिए परिस्थिति के अनुकूल इलेक्ट्रिक से डीजल में शिफ्ट करने का आप्शन भी यह ट्रैक्टर देता है।
HAV 50 S1 भी एक हाइब्रिड ट्रैक्टर है, जिसका इंजन 3000 RPM पर चलने पर 47.5 एचपी का पॉवर आउटपुट देता है। HAV 50 S1 में इलेक्ट्रिक PTO ड्राइव होता है, जो 42 एचपी की PTO पॉवर देता है। इसमें 540 RPM की PTO स्पीड भी होती है। इसके साथ ही HAV 50 S1 ट्रैक्टर में तीन-पॉइंट लिंकेज और दो रियर रिमोट वाल्व भी होता है। इसकी हाइड्रोलिक लिफ्टिंग क्षमता 1800 किलोग्राम होती है। इसमें ड्राई-टाइप एयर फ़िल्टर एवं वाटर-कूलिंग सिस्टम भी होता है। HAV 50 S1 ट्रैक्टर का कुल वजन 2150 किलोग्राम है। इसमें 400 मिमी का ग्राउंड क्लीयरेंस है। इसका व्हीलबेस 2000 मिमी है। इसकी कुल लंबाई और चौड़ाई क्रमशः 3280 मिमी और 1830 मिमी होती है। भारत में HAV 50 S1 की कीमत 9,99,000* रुपये से लेकर 10,16,000* रुपये (एक्स-शोरूम) तक होती है। इसकी खास विशेषता है कि इसे AWED तकनीक (ऑल व्हील इलेक्ट्रिक ड्राइव) से लैस किया गया है जो इसे पूरी तरह से स्वचालित पर्यावरण-अनुकूल ट्रैक्टर बनाता है। इसमें क्लच एवं गियर नहीं होते है, लेकिन तीन मोड ऑपरेशन होते हैं। यह एक ताकतवर ट्रैक्टर है, जो आपके कृषि कार्यों के लिए उपयुक्त साबित हो सकती है।
ऑटोनक्स्ट X35H2, पूरी तरह से एक इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर है, जिसका हॉर्सपॉवर 35 होता है एवं इसमें 20-kW की मोटर लगी है। यह 160 Nm का अधिकतम टॉर्क उत्पन्न कर सकता है। इसमें 25 kWh का बैटरी लगा होता है, जिसके लिए नार्मल एवं फ़ास्ट दोनों प्रकार की चार्जिंग सुविधा दी गयी है। जहाँ पूरी तरह को सामान्य मोड में चार्ज करने में 8 घन्टे लगते हैं, वहीँ फ़ास्ट चार्जिंग मोड़ में इसमें मात्र 2 घंटे में पूरा चार्ज किया जा सकता है। इस ऑटोनेक्स्ट मॉडल का कुल वजन 1800 किलोग्राम होता है एवं इसका व्हीलबेस 1950 मिमी होता है। वहीँ इसका ग्राउंड क्लीयरेंस 400 मिमी होता है। HAV 50 S1 में इलेक्ट्रिक PTO ड्राइव होता है, जो 42 एचपी का PTO पॉवर सप्लाई करता है। इसमें 540 RPM की PTO स्पीड भी होती है। HAV 50 S1 में तीन-पॉइंट लिंकेज एवं दो रियर रिमोट वाल्व भी दिया गया है। भारत में ऑटोनक्स्ट X35H2 की कीमत 7,00,000 रुपये (एक्स-शोरूम) है।
सोनालिका टाइगर इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर मॉडल 15 एचपी का पॉवर आउटपुट देता है। यह सोनालिका इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर 250-350 ए की बैटरी क्षमता रेंज के साथ आता है। इसे सामान्य चार्जिंग मोड पर 10 घंटे में एवं फास्ट-चार्जिंग मोड के साथ 4 घंटे में चार्ज किया जा सकता है। यह 6 फॉरवर्ड एवं 2 रिवर्स गियर के साथ आता है। इस ट्रैक्टर की आगे की गति 24.93 किमी/घंटा है। सोनालिका टाइगर इलेक्ट्रिक में 9.46 एचपी का PTO एचपी होता है। यह 540/750 RPM की स्टैण्डर्ड PTO स्पीड एवं पोजीशन एवं ड्राफ्ट कंट्रोल के साथ 500 किलोग्राम की हाइड्रोलिक लिफ्टिंग क्षमता के साथ आता है। इस ट्रैक्टर का वजन 820 किलोग्राम है, एवं व्हीलबेस 1420 मिमी होता है। भारत में सोनालिका टाइगर इलेक्ट्रिक की कीमत 6,14,000* रुपये से 6,53,000 रुपये (एक्स-शोरूम) के बीच है। इस ट्रैक्टर का हॉर्सपॉवर हालाँकि कम है, जिससे यह हैवी-ड्यूटी कार्यों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। सोनालिका ब्रांड किसानों के बीच एक भरोसेमंद ब्रांड माना जाता है। यदि आपकी जरुरत के अनुसार इसका पीटीओ पॉवर या इंजन पॉवर उपयुक्त साबित होता है, तो आपको इस ट्रैक्टर को खरीदने के बारे में अवश्य विचार करना चाहिए।
ऊपर हमनें आपको 5 पॉपुलर इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर के बारे में सभी आवश्यक जानकारी देने का प्रयास किया है। आशा करते हैं आपको इन ट्रैक्टरों का मोटा-मोटी आकलन करने लायक जानकारी हम उपलब्ध कराने में सफल हुए होंगें। आप हमारे वेबसाइट के इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर पेज पर जाकर इससे जुड़ी और भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। अगर आपको ट्रैक्टर खरदीने में बजट की कमी की समस्या आ रही हो तो, आप ट्रैक्टरकारवां पर जाकर ट्रैक्टर खरीदने पर दिए जाने वाले ट्रैक्टर लोन संबंधित सुविधा की भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इसके साथ ही हमनें दो ट्रैक्टर मॉडल के स्पेसिफिकेशंस एवं फीचर्स की आपस में तुलना करने के लिए कम्पेयर ट्रैक्टर फीचर भी दिया है, जिसका प्रयोग कर आप किफायती, उपयुक्त, एवं बेहतर ट्रैक्टर का चुनाव कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि ट्रैक्टर इंडस्ट्री अभी पूरी तरह इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर बनाने में नहीं उतरी है, लेकिन यह वर्तमान के साथ-साथ भविष्य की मांग है। इसके लिए इंडस्ट्री के साथ-साथ राज्य एवं केंद्र सरकार की भी भूमिका अहम् हो जाती है, क्योंकि बिना इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर तक का सफ़र सम्पूर्णता में पूरा नहीं किया जा सकता है। ट्रैक्टर एक ऐसा मशीनरी है , जिसके सबसे अधिक ग्राहक ग्रामीण क्षेत्रों में है, लेकिन अभी ग्रामीण इलाकों में चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर की कमी किसानों के लिए एक बड़ी चुनौती बन जाती है। वैसे देश में हर घर बिजली अब उपलब्ध है, तो किसान घरो में भी आसानी से ट्रैक्टर की बैटरी को चार्ज कर सकते हैं। अगर इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर से जुड़ी किसी प्रकार के भी आपके मन में प्रश्न हों, तो आप हमारे एक्सपर्ट से सीधे संपर्क कर प्रश्न का हल प्राप्त कर सकते हैं। अगले आर्टिकल में पुनः नई जानकारी के साथ आपसे मिलने की आशा करते हैं।